विश्व कप फुटबॉल में इस बार के सबसे बड़े उलटफेर में कप की प्रमुख दावेदार और पांच बार की विश्व विजेता टीम ब्राजील क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड से 2-1 से हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई। ब्राजील को जसे खुद इस परिणाम पर यकीन नहीं था। उसे फीफा ने पहली वरीयता की टीम घोषित किया था।
ब्राजील की पराजय से दक्षिण अफ्रीका में चल रही प्रतियोगिता की चमक कुछ फीकी पड़ गई क्योंकि पहले विश्व कप से अब तक विश्व स्तर पर फुटबॉल का इतिहास दरअसल ब्राजील का इतिहास रहा है। ब्राजील ने 1958, 62, 70, 94 और 2002 का कप जीता था और 1950 व 1998 में वह उप विजेता रहा।
शनिवार को ब्राजील ने मुकाबले की शुरुआत धमाकेदार ढंग से की और 10वें मिनट में रोबिन्हो ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके पहले एक गोल और हो सकता था लेकिन रोबिन्हो के इस गोल को ऑफ साइड होने की वजह से नकार दिया गया। आधे समय तक ब्राजील की बढ़त कायम रही लेकिन उत्तरार्ध लगभग पूरी तरह नीदरलैंड का रहा, जिसकी शुरुआत ब्राजील की अपनी गलती से हुई। 53वें मिनट में ब्राजील के फेलिप मेलो का एक हेडर सीधा गोल में चला गया और इस आत्मघाती गोल ने स्कोर बराबर कर दिया।
Argentiana will be the Champion
ReplyDeleteरोमांचक हो गया है वर्ल्ड कप अब.
ReplyDeleteमैं फुटबॉल के बारे में उतना ही जानता हूं जितना चौथी क्लास में विज्ञान के बारे में जानता था। लेकिन एक बात जरूर कहना चाहुंगा, ब्राजील के बाहर होने के बाद इस प्रतियोगिता का रोमांच और बढ़ गया है, चमक भी बढ़ गई है। उसके बाहर होते ही कुछ लोग मान बैठे थे कि अब आर्जेंटीना विश्व विजेता बनेगा, लेकिन वह भी बाहर हो गया। दरअसल किसी भी खेल पर यदि किसी एक ही खिलाड़ी या टीम का दबदबा बना रहे तो मैं नहीं समझता कि उसमें कोई रोमांच होगा। यह तो अच्छा है कि ऊंट पहाड़ के नीचे आ गया। वैसे व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत खुशी हो रही है, वजह शायद मैं भी नहीं जानता।
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