Saturday, June 20, 2009

कुछ अनकही और अनसुनी बातें

टी-20 विश्व कप से बाहर हो जाने के बाद टीम इंडिया के कप्तान रक्षात्मक मूड में थे। यह रवैया ठीक उसी तरह का था जिस तरह पिछले कुछ दिनों से उनकी बल्लेबाजी रही है। वे चाहते थे कि प्रेस कांफ्रेंस में किसी और को भेजकर काम चला लिया जाए। लेकिन टीम से कोई और पत्रकारों के सवालों को जवाब देने को तैयार नहीं था। माही को कप्तान बनने के बाद पहली बार प्रेस कांफ्रेंस में जाने में हिचकिचाहट हो रही थी। लेकिन संकट में फंसे कप्तान को बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। माही अंदर ही अंदर कसमसाकर रह गए थे।

प्रेस क्रांफ्रेंस में माही ने क्रिकेट प्रेमियों से माफी मांग ली है। आशा है लोग उन्हें माफ कर देंगे! लेकिन टीम की हार के लिए माही को दोषी नहीं ठहराना चाहिए। उनको टीम कैसी दी गई थी! क्रिकेट के खुदा ने पहले ही ट्वेंटी-20 न खेलने की घोषणा कर चुके थे। ये अलग बात है कि उन्हें क्रिकेट के इस फॉर्मेट से घृणा नहीं है। आखिर वे आईपीएल की एक टीम के कप्तान हैं। यह माही की टीम को सबक सिखाने के लिए था। जरूर ड्रेसिंग रूम में माही ने उल्टी-सीधी बात कही होगी। मास्टर ब्लास्टर का गुस्सा होना लाजमी भी था। लेकिन यह सब तो चलता ही रहता है!

विश्व कप में माही को कमजोर टीम भी मिली थी! मास्टर ब्लास्टर को बोर्ड और कुछ पुराने खिलाड़ियों ने ट्वेंटी-20 खेलने के लिए बहुत मनाया। ताकि टीम की कमजोरी को दूर किया जा सके। टीम में जोश भरा जा सके (मास्टर ब्लास्टर की उम्र पर जाने की जरूरत नहीं)! लेकिन वे नहीं माने। मास्टर ब्लास्ट के साथ अंत में इस बात पर समझौता हुआ कि वे बस लॉर्डस की बालकनी तक ही जाएंगे! अफसोस, उनकी बालकनी में उपस्थिति भी टीम को सेमीफाइनल में नहीं पहुंचा सकी! इससे माही बेहद खफा थे और उसने उसी रात कह दिया कि मास्टर ब्लास्टर की अगले दौरे में जरूरत नहीं है! बोर्ड ने भी इस पर अनफिट होने का सदाबहार बहाने का खोल डाल दिया है!

माही ने आगे के मैचों के लिए टीम में बड़े बदलाव की वकालत की है। आईपीएल की तरह ही भारतीय टीम में कुछ विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करने का विनम्र अनुरोध बोर्ड से किया है! ताकि टीम जीतती रहे। टीम की जीत से ही तो कप्तान चमकता है! आखिर विज्ञापनवालों को बांध कर रखना भी तो है!



2 comments:

  1. .... आईपीएल की तरह ही भारतीय टीम में कुछ विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करने का विनम्र अनुरोध बोर्ड से किया है!..

    Badi dur ki mari hai.Bahut achche.

    Ek aur baat.Pichle kuch lekhon se dekh raha hoon ki tadatmya ki kuch kami ho rahi hai.Kuch vakya(punches) bahut achche hote hain to kuch sadharan.Ekrupta banaye rakhne ki koshish karo.

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