Friday, November 6, 2009

टपोरीलाल की भविष्यवाणी

टपोरीलाल की रुचि क्रिकेट और भविष्य बांचने में खूब थी। संयोग देखिए कि दोनों अनिश्चतताओं से भरा क्षेत्र। क्रिकेट मैच में किस दिन क्या होगा कहा नहीं जा सकता। मैच में न जाने कब कोई बल्लेबाज चमक जाए और पता नहीं किस गेंदबाज की धुनाई हो जाए। भविष्य बांचने में भी बड़ा रिस्क है! कहीं ‘ग्रह-गोचर' ने उल्टी ही दिशा में चलने की कसम खा ली हो तो सारे अनुमान पलक झपकते ही सुपरसोनिक विमान की गति जमीन पर आकर धराशायी हो जाएं!

टपोरीलाल इस बात से बेखबर क्रिकेट की आज से दस साल बाद की स्थिति के बारे में भविष्यवाणी करने से बिल्कुल नहीं हिचकिचा रहे थे। हालांकि इसके लिए उन्होंने बकायदा कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं बुलाई। अपने घर के आगे पीपल के पेड़ के नीचे उन्होंने आसपास के 'निकम्मों' को इकट्ठा कर लिया था या वे ‘भटकते-भटकते' वहां पहुंच गए थे। पत्र-पत्रिकाओं के अलावा रेडियो और टीवी पर क्रिकेट मैच के प्रसारण से देश के दूर-दराज के हिस्सों में भी अब यह धारणा बन गई है कि क्रिकेट और अन्य खेल भी नवाब बना सकते हैं। खेलों के प्रति लोगों की विचारधारा में बदलाव करने के लिए क्रिकेट के प्रति अन्य खेल और उनके खिलाड़ी कृतज्ञ जरूर होंगे! लेकिन इसके साथ ही लोगों को यह ज्ञान भी हो चुका था कि रेडियो कमेंट्री सुनने और टीवी पर मैच देखने का काम निकम्मों-निठल्लों का ही है!

टपोरीलाल अपने पड़ोसियों को जो क्रिकेट की भविष्यवाणी सुना रहे थे उसकी कुछ मुख्य बातें यूं थीं- दशक भर बाद क्रिकेट में सिर्फ युवा खिलाड़ी ही होंगे। युवा मानने और न मानने का आधार बोर्ड तय करेगा। टीम चुनते वक्त पिछले प्रदर्शन से ज्यादा उम्र को ध्यान में रखा जाएगा। हालांकि कि टपोरी लाल ने जानकारी दी कि इसकी शुरुआत हो चुकी है। हो सकता है टेस्ट मैच सिर्फ किताबों और रिकॉर्ड बुक में ही पढ़ने को मिले। वनडे मैच की संख्या में कमी आ सकती है। बोर्ड एक भी टेस्ट मैच खेलने वाले क्रिकेटर को वनडे मैच खेलने पर पाबंदी लगा सकता है या नहीं भी लगा सकता। ट्वेंटी20 क्रिकेट ही क्रिकेटरों की असली पहचान होगी!

टपोरी लाल की चौपाल में जमे तथाकथित क्रिकेट प्रेमी उनकी भविष्यवाणी सुनकर उदास हो गए। इनमें से एक क्रिकेट प्रेमी, जिसकी खेल में गहरी रुचि थी, ने पूछा कि 'क्रिकेट का भगवान' का भविष्य क्या होगा? टपोरी लाल ऐसे सवाल के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि 'भगवान' तो शाश्वत हैं। वे कण-कण में हैं और रहेंगे!

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